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सुनिधि चौहान: 14 साल बड़े निर्देशक से शादी, धर्म परिवर्तन और तलाक की अनकही कहानी

बॉलीवुड की मशहूर गायिका सुनिधि चौहान का जीवन उनकी आवाज़ की तरह ही रंगीन और उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। सुनिधि ने अपने करियर में कई सुपरहिट गाने गाए हैं और उन्हें संगीत जगत की सबसे सफल गायिकाओं में से एक माना जाता है। लेकिन उनके निजी जीवन की कहानी भी उतनी ही दिलचस्प और भावनात्मक है।

प्रारंभिक जीवन और करियर

सुनिधि चौहान का जन्म 14 अगस्त 1983 को दिल्ली में हुआ था। बचपन से ही संगीत के प्रति उनका लगाव था और उन्होंने बहुत कम उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। सुनिधि ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘शास्त्र’ से की, लेकिन उन्हें असली पहचान 1999 में आई फिल्म ‘मस्त’ के गाने ‘रुकी रुकी सी जिंदगी’ से मिली। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक हिट गाने दिए और जल्द ही बॉलीवुड की प्रमुख गायिकाओं में शुमार हो गईं।

विवाह और धर्म परिवर्तन

सुनिधि चौहान ने 18 साल की उम्र में 2002 में निर्देशक और कोरियोग्राफर बॉबी खान से शादी की। बॉबी खान उनसे 14 साल बड़े थे। सुनिधि ने अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर यह शादी की थी, जिससे उनके परिवार और सुनिधि के बीच कुछ समय के लिए दूरी आ गई थी। शादी के समय, सुनिधि ने बॉबी खान के साथ अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया था।

तलाक और नया जीवन

हालांकि, सुनिधि और बॉबी खान का यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक सका। शादी के एक साल के भीतर ही दोनों के बीच अनबन होने लगी और अंततः 2003 में उनका तलाक हो गया। तलाक के बाद, सुनिधि ने अपनी जिंदगी और करियर को नए सिरे से शुरू किया।

सुनिधि ने इसके बाद 2012 में म्यूजिक कंपोजर हितेश सोनिक से शादी की। हितेश उनके पुराने दोस्त थे और दोनों का रिश्ता काफी मजबूत रहा है। इस शादी के बाद से सुनिधि की जिंदगी में स्थिरता आई और वह अपनी पेशेवर और निजी जिंदगी में संतुलन बना पाईं।

सुनिधि चौहान का जीवन संघर्ष, सफलता और प्यार की एक अनूठी कहानी है। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन हर बार उन्होंने खुद को और भी मजबूत पाया। आज वह न केवल एक सफल गायिका हैं, बल्कि एक मजबूत और स्वतंत्र महिला की मिसाल भी हैं।

सुनिधि चौहान के जीवन की इस यात्रा ने यह साबित किया है कि चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों, अपने सपनों को पूरा करने और अपनी पहचान बनाए रखने की ताकत हर किसी के भीतर होती है।

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