बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत अक्सर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। एक बार फिर कंगना ने ऐसा बयान दिया है, जिससे वह मुश्किलों में घिर गई हैं। इस बार मामला किसानों से जुड़ा है, और कंगना के इस बयान से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी खुद को अलग कर लिया है। आइए जानते हैं कि इस पूरे मामले में क्या हुआ और किस तरह से यह विवाद बढ़ा।
Contents
कंगना का विवादास्पद बयान
कंगना रनौत ने हाल ही में किसानों को लेकर एक बयान दिया, जिसने खासकर कृषि समुदाय और उनके समर्थकों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया। कंगना ने अपने सोशल मीडिया पर किसानों के बारे में कुछ टिप्पणियां कीं, जिसमें उन्होंने किसानों को ‘आतंकवादी’ तक कह डाला। उन्होंने कहा कि कुछ लोग किसानों की आड़ में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं और इन मुद्दों का इस्तेमाल सरकार को बदनाम करने के लिए कर रहे हैं।
कंगना के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनका विरोध शुरू हो गया। किसानों और उनके समर्थकों ने कंगना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनके इस बयान को अपमानजनक बताया। किसानों ने कंगना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की।
बीजेपी की प्रतिक्रिया: दूरी बनाते हुए
कंगना रनौत को आमतौर पर बीजेपी का समर्थन प्राप्त माना जाता है, लेकिन इस बार उनके बयान से पार्टी ने खुद को अलग कर लिया है। बीजेपी के कई नेताओं ने कंगना के इस बयान से असहमति जताई और कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है, जिससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।
बीजेपी ने स्पष्ट किया कि वह किसानों के मुद्दों के प्रति संवेदनशील है और उनका हमेशा से सम्मान करती आई है। पार्टी ने कहा कि कंगना के बयान से पार्टी की विचारधारा का कोई संबंध नहीं है और यह सिर्फ उनका निजी मत है।
विवाद का बढ़ता दायरा
कंगना रनौत के बयान के बाद उनके खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। किसानों के संगठनों ने उनके बयान को किसानों के संघर्ष का अपमान बताया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। कई स्थानों पर कंगना के पुतले जलाए गए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की भी खबरें आईं।
यह पहली बार नहीं है जब कंगना अपने बयानों के कारण विवादों में घिरी हैं। इससे पहले भी उन्होंने कई ऐसे बयान दिए हैं, जिनसे उन्हें कानूनी और सामाजिक दोनों ही स्तरों पर विरोध का सामना करना पड़ा है।
कंगना का रुख
हालांकि, कंगना ने अपने बयान पर माफी मांगने या उसे वापस लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने विचारों पर अडिग हैं और सच बोलने से पीछे नहीं हटेंगी। कंगना ने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि वह सत्य के पक्ष में हैं और कोई भी दबाव उन्हें इस राह से डिगा नहीं सकता।
कंगना रनौत का किसानों पर विवादास्पद बयान एक बार फिर से उन्हें मुश्किलों में डाल चुका है। इस बार बीजेपी ने भी उनके बयान से दूरी बना ली है, जो उनके लिए एक बड़ा झटका हो सकता है। किसानों के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों ने कंगना के खिलाफ एक नया विवाद खड़ा कर दिया है, जिसका असर उनके करियर और सार्वजनिक छवि पर पड़ सकता है।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सार्वजनिक व्यक्तित्वों को अपने बयानों में सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब वह किसी संवेदनशील मुद्दे से जुड़ी हो। कंगना का यह विवाद कहां तक जाएगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल, यह स्पष्ट है कि इस मामले ने उन्हें एक बार फिर से विवादों के केंद्र में ला खड़ा किया है।