भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में फिर एक बार तेजी देखी गई है। वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी का असर घरेलू बुलियन मार्केट पर भी पड़ा है। चांदी की कीमतों में आज एक और उछाल देखा गया है, जिससे यह 91,000 रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई है। वहीं, सोने के दाम भी बढ़े हैं और दोनों 22 और 24 कैरेट गोल्ड की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
चांदी की कीमतें
चांदी की कीमतें आज एक बार फिर से बढ़कर 91,000 रुपये प्रति किलोग्राम के पार चली गई हैं। चांदी, जिसे आमतौर पर उद्योग और गहनों दोनों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है, की बढ़ती मांग और आपूर्ति में कमी इसके दाम बढ़ने का मुख्य कारण बन रही है। चांदी निवेशकों के बीच भी लोकप्रिय विकल्प है, खासकर ऐसे समय में जब बाजार अस्थिर होता है।
सोने की कीमतें
सोने की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी गई है। 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतें शहरों के हिसाब से अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन सामान्यतः आज देशभर में इनमें वृद्धि दर्ज की गई है। आइए जानते हैं प्रमुख शहरों में सोने की ताजा कीमतें:
- दिल्ली: 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग 55,200 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 24 कैरेट का रेट 60,300 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है।
- मुंबई: यहां 22 कैरेट सोने की कीमत 55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है और 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 60,100 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
- कोलकाता: 22 कैरेट के लिए सोने की कीमत 55,100 रुपये प्रति 10 ग्राम है और 24 कैरेट के लिए यह 60,200 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
- चेन्नई: यहां 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग 55,500 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 24 कैरेट के लिए यह 60,700 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
सोने-चांदी की कीमतों में वृद्धि के कारण
सोने और चांदी की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं, जैसे:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव: अमेरिकी डॉलर की मजबूती या कमजोरी और वैश्विक घटनाओं का सीधा असर बुलियन मार्केट पर पड़ता है।
- मांग और आपूर्ति: त्योहारों और शादी के सीजन के दौरान मांग बढ़ने से कीमतें ऊपर जाती हैं।
- मुद्रास्फीति और आर्थिक अनिश्चितता: जब अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता होती है, तो लोग सुरक्षित निवेश के लिए सोने और चांदी की ओर रुख करते हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
सोने और चांदी की बढ़ती कीमतें निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बुलियन मार्केट में निवेश करने से पहले बाजार की मौजूदा स्थिति और वैश्विक कारकों का गहन विश्लेषण करना चाहिए। चांदी की कीमतें उद्योगों की मांग पर निर्भर करती हैं, जबकि सोना एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है, जो मुद्रास्फीति के दौरान पोर्टफोलियो को संतुलित करता है।
सोने और चांदी की कीमतों में हालिया उछाल निवेशकों और ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद, यह अब भी एक भरोसेमंद और पारंपरिक निवेश विकल्प बना हुआ है। वहीं, चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि से निवेशकों के लिए नए अवसर और चुनौतियां पैदा हो रही हैं।