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दिवाली की विविधता: विभिन्न संस्कृतियों में इस त्योहार की विशेषता

दिवाली का त्योहार भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाया जाता है, और यह विभिन्न संस्कृतियों में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। यह त्योहार केवल एक धार्मिक अवसर नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव भी है जो खुशी, समृद्धि और प्रकाश का प्रतीक है। आइए जानते हैं कि कैसे विभिन्न संस्कृतियों में दिवाली के इस उत्सव को मनाने के अपने-अपने तरीके हैं।

1. भारत में दिवाली का त्योहार

भारत में, दिवाली का पर्व मुख्यतः हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ है, लेकिन इसे अन्य धर्मों, जैसे कि जैन और सिखों द्वारा भी मनाया जाता है। हिंदू धर्म में, यह भगवान राम के अयोध्या लौटने, देवी लक्ष्मी की पूजा और भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर का वध करने के लिए मनाया जाता है।

  • उत्तर भारत में, लोग इस दिन अपने घरों को दीपों से सजाते हैं और लक्ष्मी पूजन करते हैं।
  • दक्षिण भारत में, इसे नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है और इसे “दीपावली” कहा जाता है, जहां लोग विशेष रूप से तेल की बाती जलाते हैं।
  • पश्चिमी भारत, जैसे कि गुजरात, में, इस दिन को “गोवर्धन पूजा” के रूप में मनाया जाता है, जहां लोग भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं।

2. नेपाल में दीपावली

नेपाल में, दिवाली को तिहार के नाम से जाना जाता है और यह एक 5 दिवसीय पर्व है। इसमें काला और गौतम बुद्ध की पूजा की जाती है। यहां, पहले दिन कुकुर तिहार (कुत्तों की पूजा) मनाया जाता है, फिर गायों और अंत में लक्ष्मी पूजा होती है। तिहार में रंगोली बनाना और दीप जलाना एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो प्रेम और भाईचारे का प्रतीक है।

3. बांग्लादेश में दिवाली

बांग्लादेश में, दिवाली को एक सार्वजनिक छुट्टी के रूप में मनाया जाता है। यहां हिंदू समुदाय इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। हालांकि, कई स्थानों पर यह पर्व सामुदायिक रूप से मनाया जाता है, जिसमें सभी धर्मों के लोग शामिल होते हैं। लोग अपने घरों को सजाते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं।

4. पाकिस्तान में दिवाली

पाकिस्तान में, दिवाली का पर्व मुख्यतः सिंध प्रांत के हिंदू समुदाय द्वारा मनाया जाता है। इस दिन, लोग अपने घरों को दीपों और रंगोली से सजाते हैं, और लक्ष्मी पूजा करते हैं। यह दिन सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक होता है, जिसमें सभी समुदायों के लोग शामिल होते हैं।

5. विश्व के अन्य हिस्सों में दिवाली

दिवाली का पर्व केवल दक्षिण एशिया तक सीमित नहीं है। यह विश्व के विभिन्न हिस्सों में भी मनाया जाता है, खासकर जहां भारतीय समुदाय बसे हुए हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूके, और ऑस्ट्रेलिया में, भारतीय प्रवासी दिवाली को बड़े उत्साह से मनाते हैं। यहां, बड़ी सभाएँ आयोजित की जाती हैं, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, भोजन और आतिशबाज़ी शामिल होते हैं।

निष्कर्ष

दिवाली का पर्व विभिन्न संस्कृतियों में अलग-अलग रूप में मनाया जाता है, लेकिन इसकी मूल भावना समान रहती है—प्रकाश, समृद्धि और एकता का संदेश। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि चाहे हम किसी भी संस्कृति से संबंधित हों, प्यार और भाईचारा हमेशा एक सशक्त संबंध बना सकता है। इस तरह, दिवाली केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह मानवता के एकता और समर्पण का प्रतीक है।

दिवाली की इस विविधता को मनाते समय, हमें एक-दूसरे के परंपराओं का सम्मान करना चाहिए और इस पर्व को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए जिससे हम एकजुट हो सकें।

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