भारत में दिवाली के मौके पर सोने की खरीदारी का खास महत्व होता है। लोग इस शुभ अवसर पर सोना खरीदना शुभ मानते हैं, लेकिन हाल के दिनों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देखते हुए, सभी की नजर इस बात पर है कि क्या दिवाली पर सोने की कीमतों में गिरावट आएगी। आज 22 अक्टूबर 2024 को सोने के ताजा रेट्स जानने के साथ ही, हम इस सवाल का जवाब तलाशेंगे कि क्या इस दिवाली सोना सस्ता होने की संभावना है या नहीं।
आज 22 अक्टूबर के गोल्ड के रेट
आज 22 अक्टूबर को सोने की कीमतें स्थिर रहीं, लेकिन पिछले कुछ दिनों में इसमें मामूली बढ़ोतरी और गिरावट देखने को मिली है। देश के प्रमुख शहरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के भाव इस प्रकार हैं:
- दिल्ली:
- 22 कैरेट: ₹54,600 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹59,600 प्रति 10 ग्राम
- मुंबई:
- 22 कैरेट: ₹54,450 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹59,450 प्रति 10 ग्राम
- चेन्नई:
- 22 कैरेट: ₹54,700 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹59,800 प्रति 10 ग्राम
- कोलकाता:
- 22 कैरेट: ₹54,500 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹59,500 प्रति 10 ग्राम
पिछले हफ्ते के मुकाबले कीमतों में थोड़ा स्थिरता नजर आई है, लेकिन यह भी देखने को मिला है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उथल-पुथल के कारण सोने के दाम में हल्का बदलाव हो सकता है।
क्या दिवाली पर सस्ता हो सकता है सोना?
दिवाली के करीब आते ही सोने की कीमतों में कमी की उम्मीदें बढ़ने लगती हैं, लेकिन इस साल वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और बाजार की अस्थिरता को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि सोना सस्ता होगा या नहीं। कुछ मुख्य कारण जो सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजारों का असर: अमेरिका, यूरोप, और अन्य वैश्विक बाजारों में आर्थिक अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतें प्रभावित हो रही हैं। अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार होता है, तो सोने की कीमतें गिर सकती हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति में स्थिरता की उम्मीद कम है।
- रुपये की मजबूती/कमजोरी: भारतीय रुपये की स्थिति भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती है। अगर रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत होता है, तो आयातित सोना सस्ता हो सकता है। हालांकि, अगर रुपये में कमजोरी आती है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
- त्योहारों की मांग: दिवाली और धनतेरस के मौके पर सोने की मांग बढ़ जाती है, जो कीमतों को प्रभावित कर सकती है। यदि मांग अधिक होती है, तो कीमतों में गिरावट की उम्मीद कम होती है। हालाँकि, बाजार की गतिशीलता और अंतरराष्ट्रीय कारकों के आधार पर कीमतों में थोड़ा उतार-चढ़ाव हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कारकों और घरेलू मांग पर निर्भर रहेंगी। हालांकि त्योहारों के मौसम में थोड़ी गिरावट की संभावना होती है, लेकिन इस साल की वैश्विक स्थिति और निवेश बाजारों की स्थिति के कारण स्थिरता की उम्मीद की जा रही है। अगर कोई बड़ा वैश्विक या आर्थिक परिवर्तन नहीं होता है, तो सोने की कीमतें दिवाली तक स्थिर रह सकती हैं।
क्या खरीदारों के लिए यह सही समय है?
अगर आप सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय खरीदारी के लिए उचित हो सकता है, क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार, दिवाली तक कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना कम है। साथ ही, त्योहारों के मौसम में सोने की मांग में वृद्धि के कारण कीमतों में हल्का इजाफा भी हो सकता है। इसलिए, जो लोग निवेश के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, उनके लिए मौजूदा कीमतों पर विचार करना समझदारी हो सकता है।
इस दिवाली सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना फिलहाल कम दिख रही है, क्योंकि वैश्विक और घरेलू बाजार की स्थितियाँ अनिश्चित हैं। आज 22 अक्टूबर के गोल्ड रेट्स स्थिर हैं, लेकिन दिवाली तक इसमें मामूली बदलाव हो सकता है। सोने की कीमतें मांग और बाजार की स्थिति पर निर्भर करेंगी, इसलिए यदि आप सोना खरीदने का सोच रहे हैं, तो मौजूदा भावों पर खरीदारी करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।