आज का दिन भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला सामान्य बजट लोकसभा में पेश करने जा रही हैं। यह बजट 2024-25 के लिए देश की वित्तीय योजनाओं और नीतियों को दिशा देगा। बजट सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे होगी और इसमें कई महत्वपूर्ण घोषणाएं और नीतिगत निर्णयों की उम्मीद की जा रही है।
लाइव अपडेट्स:
सुबह 10:00 बजे:
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय से रवाना हो चुकी हैं और कुछ ही समय में संसद भवन पहुंचेंगी।
- संसद भवन के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सुबह 10:30 बजे:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन में पहुंचे और सांसदों से बातचीत की।
- विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी संसद भवन में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
सुबह 10:45 बजे:
- बजट दस्तावेज़ और वित्त मंत्री के भाषण की प्रतियां लोकसभा में वितरित की जा रही हैं।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट दस्तावेज़ को हल्दी-कुमकुम के साथ पूजित किया।
सुबह 11:00 बजे:
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण शुरू किया।
- उन्होंने कहा कि यह बजट आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बजट की मुख्य बातें:
- कर राहत:
- व्यक्तिगत आयकर स्लैब में बदलाव की घोषणा की गई है, जिससे मध्यम वर्ग को राहत मिलेगी।
- कॉर्पोरेट टैक्स में भी कुछ छूट की संभावना है, जिससे उद्योग जगत को बढ़ावा मिलेगा।
- कृषि और ग्रामीण विकास:
- किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा।
- ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के विकास के लिए नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत।
- स्वास्थ्य और शिक्षा:
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए नए अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना।
- शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए नए कदम।
- उद्योग और व्यापार:
- उद्योगों के विकास के लिए विशेष पैकेज और योजनाओं की घोषणा।
- स्टार्टअप्स और MSMEs के लिए प्रोत्साहन योजनाएं।
- परिवहन और इंफ्रास्ट्रक्चर:
- देशभर में सड़कों, रेल और हवाई अड्डों के विकास के लिए बड़े पैमाने पर निवेश।
- स्मार्ट सिटीज़ के विकास के लिए नई योजनाएं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया:
- विपक्षी दलों ने बजट को लेकर अपनी राय व्यक्त की है और कुछ नीतियों पर सवाल उठाए हैं।
- विपक्ष का कहना है कि बजट में कुछ वर्गों की अनदेखी की गई है और यह असंतुलन पैदा कर सकता है।
विशेषज्ञों की राय:
- आर्थिक विशेषज्ञों ने बजट को मिलाजुला बताया है।
- उनका कहना है कि कुछ क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है, जबकि कुछ योजनाएं सकारात्मक दिशा में बढ़ रही हैं।
आज का बजट सत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए दिशा-निर्देशक साबित हो सकता है। देशवासियों को अब उम्मीद है कि यह बजट देश के विकास और समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छूने में मदद करेगा। सभी अपडेट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।